National Human Rights Commission Me Complain Kaise Kare: क्या कभी आपके साथ ऐसा हुआ है कि किसी सरकारी अधिकारी या पुलिसकर्मी ने आपकी बात नहीं सुनी? आपकी शिकायत दर्ज करने से मना कर दिया गया हो? अगर हां, तो घबराइए मत — भारत सरकार ने इसके लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) का पोर्टल लॉन्च किया है, जहां आप ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
इस लेख में हम आपको बताएंगे NHRC पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने की पूरी प्रक्रिया, किस तरह की शिकायतें स्वीकार की जाती हैं, और कैसे आप अपनी शिकायत को ट्रैक कर सकते हैं — सब कुछ स्टेप-बाय-स्टेप।

National Human Rights Commission Me Complain Kaise Kare Overview
पोर्टल का नाम | राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) |
शिकायत का तरीका | ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों |
वेबसाइट लिंक | https://nhrc.nic.in |
शुल्क | कोई शुल्क नहीं |
जरूरी दस्तावेज | पहचान पत्र, घटना विवरण, प्रमाण |
शिकायत ट्रैकिंग | केस नंबर या डायरी नंबर से |
शिकायत कब करें | घटना के 1 वर्ष के भीतर |
किन मामलों में NHRC में शिकायत कर सकते हैं?
आप NHRC पोर्टल पर निम्नलिखित मामलों में शिकायत कर सकते हैं:
- पुलिस द्वारा FIR दर्ज न करना या रिश्वत माँगना
- हिरासत में अत्याचार या मौत
- फर्जी एनकाउंटर
- मानव तस्करी, बाल श्रम, बाल विवाह
- दलित, अल्पसंख्यक या महिलाओं पर अत्याचार
- न्याय में देरी या कोर्ट आदेश की अनदेखी
- किसी भी सरकारी कर्मचारी द्वारा अधिकारों का हनन
NHRC पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत कैसे करें?
Step 1: NHRC पोर्टल खोलें
- अपने ब्राउज़र में जाएं और सर्च करें: “NHRC”
- पहली लिंक पर क्लिक करें: https://nhrc.nic.in
- या सीधे जाएं https://hrcnet.nic.in/HRCNet/public/NewComplaint.aspx
Step 2: “File Complaint Online” पर क्लिक करें
- वेबसाइट के “Complaint” सेक्शन में जाएं
- “File Complaint Online” विकल्प चुनें
- अब एक नया इंटरफेस खुलेगा जहां आप शिकायत दर्ज करेंगे
Step 3: राज्य और आयोग का चयन करें
- Incident State चुनें — जिस राज्य में घटना हुई
- अब आपको दो ऑप्शन मिलेंगे:
- SHRC (State Human Rights Commission)
- NHRC (National Human Rights Commission)
- यदि मामला राज्य स्तर का है (जैसे स्थानीय पुलिस), तो SHRC
- यदि मामला गंभीर है (जैसे फर्जी एनकाउंटर, हिरासत में मौत), तो NHRC चुनें
Step 4: शिकायतकर्ता की जानकारी भरें
- अपना नाम, जेंडर, पता, राज्य, ज़िला भरें
- मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी डालें
- “Get OTP” पर क्लिक करें
- OTP वेरीफाई करें और लॉगिन करें
Step 5: पीड़ित (Victim) की जानकारी भरें
- अगर आप खुद पीड़ित हैं, तो “Self” चुनें — डिटेल्स ऑटोफिल हो जाएगी
- नहीं तो पीड़ित की जानकारी दर्ज करें:
- नाम, उम्र, धर्म, जाति, विकलांगता (यदि हो)
Step 6: घटना (Incident) की जानकारी भरें
- घटना का स्थान: थाना, क्षेत्र आदि
- घटना की तारीख: कैलेंडर से सेलेक्ट करें
- घटना की कैटेगरी:
- पुलिस, जेल, कोर्ट, प्रशासन, आदि में से चुनें
- सब-कैटेगरी:
- फर्जी एनकाउंटर, कस्टडी डेथ, पावर का मिसयूज, अवैध गिरफ्तारी आदि
Step 7: रिलीफ डिटेल भरें
- आप आयोग से क्या चाहते हैं? उदाहरण:
- संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की जाए
- जांच कराई जाए
- मुझे सुरक्षा और न्याय मिले
Step 8: आरोपी की जानकारी भरें (यदि उपलब्ध हो)
- नाम, पद, कार्यस्थल का पता जैसे:
- “सब इंस्पेक्टर, थाना कोतवाली नगर, जिला बाराबंकी”
Step 9: गोपनीयता और कोर्ट केस की जानकारी
- अगर आप नहीं चाहते कि वेबसाइट पर डिटेल दिखे — “No” चुनें
- अगर कोई कोर्ट केस पहले से चल रहा है — उसकी डिटेल दें
- अगर नहीं — “No” सिलेक्ट करें
Step 10: आवेदन की समीक्षा और सबमिट करें
- “Preview” पर क्लिक करें
- सभी जानकारी चेक करें
- अगर कोई गलती है तो “Edit” करें
- “Submit” पर क्लिक करें
Step 11: दस्तावेज़ अपलोड करें
- आप घटना के प्रमाण अपलोड कर सकते हैं:
- फोटो, वीडियो, डॉक्यूमेंट (PDF, JPG)
- साइज: 5 MB तक
Step 12: शिकायत दर्ज होने के बाद
- आपको एक Case Number/Diary Number मिलेगा
- इसे सुरक्षित रखें
- प्रिंटआउट भी निकाल सकते हैं
शिकायत की स्थिति (Status) कैसे देखें?
- होमपेज पर जाएं
- “Track Complaint Status” पर क्लिक करें
- Case Number या Diary Number डालें
- Captcha भरें और “Search” करें
- आपको अपनी शिकायत की स्थिति दिख जाएगी